Krishi Gyan - कृषि ज्ञान: ग्वार के जीवाणु झुलसा रोग का नियंत्रण

ग्वार के जीवाणु झुलसा रोग का नियंत्रण

ग्वार की फसल में जीवाणु झुलसा (बैक्टीरियल ब्लाइट) बीमारी का प्रकोप ज़ैंथोमोनास सायमोप्सिडिस नामक जीवाणु से खासकर बरसात के कारण हवा में अधिक नमी और ज्यादा

गरमी से जल्दी होता है, इस रोग मे पत्तियों पर हल्के खुरदरे गहरे भूरे धब्बे के समान लक्षण दिखते है जिससे पत्तियाँ झुलसने लगती है, तथा तीव्रता की अवस्था मे रोग तने एवं फलियों पर भी फेलने लगता है, जो धीरे-धीरे पत्तियों और फिर पूरे पौधे को ही सुखा देता है। यह बीमारी बीज जनित होती है अत: इसके सटीक उन्मूलन के लिए बुवाई से पूर्व बीज को स्ट्रेप्टोसाइक्लीन के 500 पी.पी.एम. (1 ग्राम दवा 2 लीटर पानी मे) घोल मे 2 घण्टे भिगोकर उपचारित करना चाहिए। खड़ी फसल मे इस बीमारी के नियंत्रण हेतु 20 ग्राम कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50 डब्ल्यू.पी. के साथ 2.5 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइक्लिन को 10 लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर छिड़काव करें। यदि आवश्यकता हों तो छिड़काव को 10-12 दिन बाद दोहरायें। उपरोक्त छिड़काव करते समय किसान अपने मुँह पर माश्क या कपड़ा तथा हाथों में दस्ताने जरुर पहनें।