Krishi Gyan - कृषि ज्ञान: जड़ गलन रोग की समस्या के लिए मृदा एवं बीज उपचार का जैविक तरीका

जड़ गलन रोग की समस्या के लिए मृदा एवं बीज उपचार का जैविक तरीका

ट्राइकोडर्मा विरीडी (जैविक फफूंदनाशी) को 4 कि.ग्रा. प्रति हैक्टेयर की दर से 100 कि.ग्रा. देशी खाद (कम्पोस्ट या वर्मीकम्पोस्ट) में अच्छी तरह मिलाकर 20 से 25 दिनों के लिए छायां मे रखें और पानी छिड़क कर इसे गीला रखें। इस प्रकार तैयार होने पर खेत की अंतिम जुताई से पुर्व भूमि में मिलाकर मृदा का उपचार करना चाहिए।
इसी प्रकार से जैविक विधि से बीज उपचार के लिए 10 ग्राम ट्राईकोडेर्मा को प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपयोग करें।