Krishi Gyan - कृषि ज्ञान: कृषि शिक्षा दिवस पर विशेष: कृषि शिक्षा की आवश्यकता और विकल्प

कृषि शिक्षा दिवस पर विशेष: कृषि शिक्षा की आवश्यकता और विकल्प

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) द्वारा प्रतिवर्ष 3 दिसम्बर को कृषि शिक्षा दिवसके रूप में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। देशभर मे स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान

परिषद के सभी संस्थान, कृषि विश्वविद्यालय, कृषि महाविध्यालय, कृषि विज्ञान केन्द्र और अन्य कृषि शोध संगठन भी इस दिन को वर्ष 2016 से ही हर्ष से मना रहे है

समारोहों के आयोजनार्थ विभिन्न स्थानों पर कई कार्यक्रमों यथा भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जीवन और भारत में कृषि शिक्षा के उत्थान और विकास में उनकी भूमिका पर अधिकांश विश्वविद्यालयों में सेमिनार, गोष्ठी के आयोजन के अतिरिक्त कृषि शिक्षा के विविध विषयों पर करवाई जाने वाली डिग्रीयों के बारे मे विध्यार्थियों एवं अभिभावकों मे पात्रता-पूर्णता हेतु जागरूकता एवं कैरियर परामर्श, साहित्य का प्रकाशन, छात्रों और किसानों के साथ अनुभव–विचार साझा, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान की उपलब्धियों एवं कमियों पर खुली चर्चा की जाती है। इन कार्यक्रमों में स्कूल और कॉलेज के छात्रों, अभिभावकों और किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है

मुख्य रूप से स्कूल शिक्षा (10+2) के बाद विध्यार्थियों व अभिभावकों को होने वाली कृषि शिक्षा के क्षेत्र मे कैरियर परामर्श की मूल समस्या के निराकरण हेतु  निम्नानुसार जानकारी एकत्र की गई है, जिसे नीचे दिये गए लिंक से देख सकते है


उपरोक्त जानकारी द्वारा विध्यार्थियों एवं अभिभावकों का कृषि व्यवसाय क्षेत्रों की तरफ रुझान बढ़ सकेगा।